अयोध्या -हिन्दू गौरव -राम “चन्दन है इस देश की माटी तपोभूमि हर ग्राम है, हर बाला देवी की प्रतिमा बच्चा बच्चा राम है” ये उस भजन या गीत के बोल हैं जो “सेवा भारती” या राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े शैक्षिक संस्थानों में बच्चों से गवाया जाता है, उन्हें गाना सिखाया जाता है| इस गीत में भारत के बच्चे बच्चे को राम कहा जाता है पर क्यों – क्योंकि राम एक मर्यादा है, राम एक आदर्श है, राम राज्य लोकतंत्र का उदारतम रूप है जहाँ नेता (राम) के अतिरिक्त लोगों को शासक का विकल्प ही नहीं चाहिए| राम एक आदर्श शासक, एक आदर्श पुत्र, आदर्श मित्र, आदर्श भाई, एक सभ्य समाज के आदर्श संस्थापक के एकमात्र प्रतिनिधि केवल और केवल राम| एक कवि ने लिखा ‘हे राम तुम्हारा चरित्र ही एक काव्य है कोई कवि बन जाए सहज संभाव्य है’ राम भारत के सभ्यता का पर्याय है आदर्श का अंतिम सोपान हैं और हम हिन्दुओं का अभिमान हैं| इसीलिए मंदिर वहीँ बनायेंगे के नारा हम ज़रूर लगायेंगे| राम अयोध्या के राजा हैं, “ अयोध्या” जिसे युद्ध में जीता न जा सके पर क्या सच में अयोध्या को हमने ऐसा बनाया है जिसे जीता न जा सके| मैंने बहुत जानकारी खो
आओ चाँद के किरदार को अपनाते हैं, दूसरों की रोशनी में अपने दाग दिखाते हैं|